इलेक्शन के समय पर भाजपा ने 44000 से ज्यादा भर्तियां निकाली थी |
अब उन पर तलवार लटकी हुई है |
कांग्रेस सरकार राजस्थान में आ चुकी है अब कांग्रेस सरकार के
सामने भर्तियों को पूरा करने की चुनौती है |
6500 वैकेंसीयों की डेट
भी तय नहीं हो पाई है |
वैकेंसीयों के लिस्ट निम्न प्रकार है –
चयन बोर्ड की भर्तियों
की परीक्षा हो गई और परिणाम का इंतजार है |
कुछ भर्तियों ऐसी हैं
जिनकी परीक्षाएं हो चुकी हैं लेकिन परिणाम अभी आने बाकी हैं
एलडीसी भर्ती 11255 पदों पर भर्ती हो
चुकी है लेकिन परिणाम आना बाकी है |
पशुधन सहायक भर्ती 2070 पदों पर भर्ती हो
चुकी है लेकिन परिणाम अभी तक नहीं आया है | अनुदेशक ग्रेड थर्ड
450 पदों पर भर्ती हो चुकी है लेकिन परिणाम अभी तक नहीं आया है |
सूचना सहायक भर्ती 1302 पदों पर भर्ती प्रक्रिया
का एग्जाम हो चुका है लेकिन परिणाम अभी आना बाकी है |
इसी प्रकार कर सहायक भर्ती में 162 पदों पर पेपर ले लिया
गया है लेकिन परिणाम अभी तक जारी नहीं किए गए हैं |
इन भर्तियों का भी परिणाम
अभी तक घोषित नहीं हो पाया है |
हेड मास्टर भर्ती 1200 पद
एस आई भर्ती 330 पद
वरिष्ठ अध्यापक सामान्य 9 हजार पद
अ इन संयुक्त प्रतियोगिता 916 पद
स्कूल व्याख्याता भर्ती 5000 पद
वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत 680 पद स्कूल व्याख्याता
संस्कृत 134 पद
एसीएफ और रेंजर ऑफीसर ग्रेड फर्स्ट 169 पद
महिला सुपरवाइजर की भर्ती के 180 पदो
इन भर्तियों के अलावा जिन भर्तियों की तिथि भी तय नहीं हो पाई
है और सरकार बदल गई वह इस प्रकार हैं-
असिस्टेंट स्टैटिकल
ऑफीसर 225 पद
प्रोटेक्शन ऑफिसर 20 पद
प्रिंसिपल टेक्निकल
एजुकेशन 45 पद
प्रयोगशाला सहायक भर्ती 12 पद लाइब्रेरियन भर्ती
700 पद
एनटीटी भर्ती 1310 पद
स्टेनोग्राफर भर्ती 1085 पद
पर्यवेक्षक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भर्ती 309 पदों की तिथि अभी
तक नहीं हो पाई है
अब विद्यार्थियों को इस चीज की चिंता सताने लगी है कि भाजपा
ने जो 44000 वैकेंसी हमारे लिए निकाली थी वह भर्तियां पूरी हो पाएंगी या नहीं हो
पाएंगे या उनमें से कुछ भर्तियां को अगली सरकार द्वारा रद्द किया जाएगा या उनका परिणाम
घोषित किया जाएगा या नहीं किया जाएगा इसके लिए विद्यार्थियों को अभी से चिंता सताने
लगी है |
राजस्थान के नए मुख्यमंत्री
के तौर पर माननीय अशोक गहलोत जी ने शपथ ग्रहण कर लिया है एवं उप मुख्यमंत्री के रूप
में सचिन पायलट ने |
अब देखना यह होगा कि 44000 अट की हुई वैकेंसीयों
पर अगली सरकार क्या निर्णय देती है इन भर्तियों को पूर्ण रूप से करती है या इनके पदों
में कमियां बढ़ोतरी करके इनको इस पूरे 5 साल के कार्यकाल में खींचकर के ले जाती है या इनको
रद्द करें कि यह अभी सूचना आनी बाकी है |
विद्यार्थियों के लिए
अभी ठीक यही रहेगा कि जिन भर्तियों में फॉर्म भर रखा है उनकी तैयारी भी सुचारू रूप
से रखें निकली हुई भर्तियों को जहां तक हमारा अनुमान है कांग्रेस सरकार जल्द ही पूरा
करेगी एवं जिनके रिजल्ट नहीं आ पाए हैं उनके रिजल्ट भी जल्दी घोषित होने की संभावना
है इसलिए विद्यार्थी अपनी पढ़ाई सुचारू रूप से जारी रखें |
इनमें एक भर्ती मुख्य रूप से जो कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल
में उसको अधूरा छोड़ दिया था वह विद्यालय सहायकों की है |
यह की बहुत बड़ी भर्ती
है जिसमें 33000 विद्यालय सहायकों को उनके दसवीं क्लास में प्रतिशत के अनुसार
के अनुसार विद्यालयों में लगाया जाना था लेकिन सरकार के बदलने से अब वह भर्ती पूर्ण
नहीं हो पाई है देखना यह होगा कि जिस कांग्रेस सरकार ने 33000 विद्यालय सहायकों की
भर्ती निकाली थी अब वही कांग्रेस सरकार फिर से सत्ता में आ चुकी है तो क्या यह सरकार
33000 विद्यालय सहायकों की उस भर्ती को करके 5 वर्ष से इंतजार कर
रहे विद्यार्थियों को उस का लाभ दे पाएगी |
अब कांग्रेस सरकार के पास में कुल 77000 वैकेंसी यों का लक्ष्य
है कि वह इनको कितने समय में पूर्ण करके इंतजार कर रहे विद्यार्थियों के भविष्य का
फैसला करेगी |
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